सुमिरों शंकर शैलानी बड़े वर दानी !!
डूडा बैल ताहि पर आसन साथे सती भवानी !
मुंड मॉल गले माहि विराजत नागिन उर में लपटानी !!बड़े !!१
भाल में भस्म चन्द्रमा शोभित शीश गंग लहरानी !
गेरू रंग अंग पटराजित जाके तीनों नयन जगजानी !!बड़े !!२
चूर धतूर गरल लै घोटत खात भांग शिवदानी !
डमरू गाल बजावत आवत गौरा लखि रूप लोभानी !!बड़े !!३
सव देवन में देव बड़े हैं महादेव सुखदानी !
सिव प्रसाद चरण रज चाहत सुनि लीजै गरीब की वानी !!बड़े !!४