गोरी राधे कै नयन रतनारे कजर सोहै कारे !!
एक मगन हम माँगी ला गोरिया उपजै अंग तुम्हारे !
हम तो मांगी दूनो छतिकै जोवनवा,दिन चारी कै दै देव उधारे !!कजर !!१
अच्छा मगन मागेव मन मोहन राखो मान तुम्हारे !
यह दोनों योवन मोरे हरि कै खेलौना ,यह तो तुमहू से अधिक पियारे !!कजर !!२
एक फूल फूलै आधी रतिया फूल रहै कचनारे !
लटका जोवन कछु काम न आवे ,उनका कोऊ नहि पूछै उधारे !!कजर !!३
तुम तो ढोता नन्द बबा के हम वृषा भान दुलारी !
दृग हरि चरन सरन सत गुरु के ,उनके वेनी सोहै माथ लिलारे !!कजर !!४